Sunday, December 27, 2015

गुरु पहुंचे स‌िंह राशि‌ में अगले 13 महीने क‌िस राश‌ि वालों को बनाएंगे धनवान

गुरु पहुंचे स‌िंह राशि‌ में अगले 13 महीने क‌िस राश‌ि वालों को बनाएंगे धनवान

देवगुरु बृहस्पति अपनी उच्चराशि 'कर्क' की यात्रा समाप्त करके 14 जुलाई की सुबह सिंह राशि में प्रवेश कर चुके हैं, इस राशि पर गुरु लगभग 13 माह रहने के बाद कन्या राशि में प्रवेश कर जाएंगें। इनके राशि परिवर्तन का प्रभाव भूमंडल पर सभी प्राणियों के कार्य-व्यापार में हानि-लाभ के अतिरिक्त शासन सत्ता और न्यायिक प्रक्रिया को भी प्रभावित करता है।

गुरु ब्रह्म विद्या और ज्ञान के प्रदाता हैं इनके अनंत ज्ञान से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने इन्हें देवताओं और ग्रहों का गुरु मनोनीत कियाी देवगुरु शादी-विवाह, संतान सुख, शिक्षा-प्रतियोगिता में सफलता, न्यायिक प्रक्रिया, आध्यात्मिक गुरुओं, तीर्थ स्थानों, पवित्र नदियों, धार्मिक साहित्यों, अध्यापकों, ज्योतिषियों, दार्शनिकों, लेखकों, कलाकारों एवं वित्तिय संस्थानों में कार्यरत व्यक्तियों के कारक हैं धनु और मीन राशियों के स्वामी गुरु कर्क राशि पर तथा मकर राशि पर नीच संज्ञक होते हैं।

जन्मकुंडली में ये दूसरे, पाचवें, नवें और ग्यारहवें भाव के लिए अधिक शुभफल कारक होते हैं। जन्मकुंडली में बलवान गुरू के प्रभाव वाले जातक दयालु, दूसरों की सहायता करने वाले, धार्मिक तथा मानवीय मूल्यों को समझने वाले बुद्धिमान होते हैं, ये कठिन हालात में भी विषयों को आसानी से समझ लेने की क्षमता रखते हैं। ऐसे लोग सृजनात्मक कार्य करने वाले होते हैं जिस कारण समाज में इनका विशेष सम्मान रहता है।

    वर्ष बृहस्पति 12/13 सितंबर को सिंह सूर्य और चंद्र के साथ युति करेंगें, जिसके फलस्वरूप महारष्ट्र के गोदावरी तट पर 'त्र्यम्बक' में अतिदुर्लभ 'कुंभ' महापर्व का योग बनाएंगें। ऐसे सुअवसर पर सभी ग्रह आपसी राग-द्वेष त्याग कर मित्रता पूर्ण व्यवहार करते हुए शुभ फलदायी रहेंगे। आइये देखें आपकी राश‌ि के अनुसार अगले एक साल तक गुरू का आप पर कैसा प्रभाव रहेगा। देखें, गुरू आपको लाभ देंगे या हान‌ि?
मेष राश‌ि- विद्यार्थियों को शिक्षा प्रतियोगिता में सफलता, नव विवाहितों के लिए संतान सुख एवं वरिष्ठों के लिए धार्मिक-मांगलिक कार्य का अवसर।
वृष राश‌ि - मानसिक अशांति किंतु कार्यलाभ, जमीन-जायदाद से जुड़े मामलों का शीघ्र निपटारा होगा, सामाजिक कार्यों पर व्यय किंतु प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी।
मिथुन राश‌ि - भाईयों में असहमति/अविश्वास का माहौल न बनने दें, विदेश यात्रा एवं बुजुर्गों को पौत्र सुख की प्राप्ति, आय के साधन बढेंगें।
कर्क राश‌ि- कार्यों में सफलता प्राप्त होगी, धन लाभ एवं पदोन्नति के अवसर मिलेंगे, तीर्थाटन एवं सामाजिक कार्यों पर धन खर्च होगा।
सिंह राश‌ि- मान सम्मान एवं प्रभाव की वृद्धि, उच्चाधिकारियों से सहयोग मिलेगा, स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें, अधिक खर्च से बचना होगा।
कन्या राश‌ि- भाग-दौड की अधिकता से तनाव बढ़ेग। शादी-विवाह में बज़ट से अधिक व्यय संभव है। माकन-वाहन का सुख म‌िलेगा। मुकदमों में विजय प्राप्‍त करेंगे। कर्ज से मुक्ति म‌िलेगी।
तुला राश‌ि - आय के अनेक साधन बनेंगे। परिवार के बड़ों से सहयोग म‌िलेगा। संतान संबंधी चिंता से मुक्ति म‌िलेगी किंतु गुप्त शत्रुओं से सावधान रहे। नौकरी में पदोन्नति।
वृश्चिक राश‌ि- नौकरी में नए अनुबंध होंगे। प्रमोशन एवं स्थान परिवर्तन का योग है। पैत्रिक संपत्ति से लाभ म‌िलेगा। भौतिक सुख तथा मकान-वाहन के क्रय का योग।
धनु राश‌ि - शिक्षा प्रतियोगिता में चल रही असफलता की समाप्ति। कार्य क्षेत्र में प्रभाव बढ़ेगा। संतान सुख तथा चिंता दूर होगी। यात्रा-देशाटन के योग।
मकर राश‌ि - आपके द्वारा लिए गए निर्णय समाज में सराहनीय होंगे। षड्यंत्र का शिकार होने से बचें। स्वास्थ्य पर ध्यान दें, विवादित मामले आपस में हल करें।
कुंभ राश‌ि- शादी/विवाह एवं व्यापार के क्षेत्र में आ रही रुकावटें दूर होंगी। श‌िक्षा एवं प्रतियोगिता में सफल होंगे। सामजिक पद-प्रतिष्ठा बढेगी।
मीन राश‌ि - गोचर में बृहस्पति का प्रभाव आशांति एवं उलझने देगा। ऋण-रोग और गुप्त शत्रुओं से बचें।, कार्य व्यापार में उन्नति संभव है। खान-पान पर अधिक ध्यान दें।